जल जीवन मिशन में लापरवाही! कोसम इनाम में अधूरी पड़ी करोड़ों की पानी टंकी, चार साल से प्यासे ग्रामीण
कौशाम्बी। उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन के तहत कौशाम्बी जिले के कोसम इनाम गांव में करोड़ों रुपये की लागत से बन रही पानी की टंकी अब भ्रष्टाचार और लापरवाही का प्रतीक बन चुकी है। बिजिया चौराहा पर स्थित यह टंकी पिछले कई महीनों से अधूरी पड़ी है, जिससे ग्रामीणों में गहरा रोष है। ग्रामीणों का कहना है कि करीब चार साल पहले जल जीवन मिशन के तहत इस टंकी का निर्माण शुरू हुआ था। शुरुआती दौर में कार्य में तेजी दिखाई दी, लेकिन कुछ ही महीनों में ठेकेदार ने काम बंद कर दिया। अब टंकी आधी बनी है और उसके आस-पास झाड़ियां उग आई हैं। स्थानीय लोगों की व्यथा गांव निवासी साजिद अली ने बताया, “चार साल से टंकी बन रही है, लेकिन अब तक पूरी नहीं हुई। रोजाना पानी के लिए हैंडपंपों पर लंबी लाइन लगानी पड़ती है।” वहीं मुकेश कुमार निषाद ने नाराजगी जताते हुए कहा, “सरकार ने घर-घर नल से पानी देने का वादा किया था, लेकिन आज तक केवल वादा ही रह गया। टंकी अधूरी है और पाइपलाइन तक नहीं डाली गई।” ठेकेदार गायब, विभाग मौन ग्रामीणों के अनुसार, निर्माण कार्य रोकने के बाद से ठेकेदार का कोई अता-पता नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार विभागीय अधिकारियों को शिकायत दी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों की चेतावनी लोगों का कहना है कि अगर जल्द काम शुरू नहीं किया गया तो वे जल निगम कार्यालय का घेराव करेंगे। रमेश यादव नामक ग्रामीण ने कहा, “हमारे गांव की महिलाएं हर रोज किलोमीटरों दूर पानी लाने को मजबूर हैं। अगर सरकार को हमारी तकलीफ नहीं दिखती तो हमें आंदोलन करना पड़ेगा।” क्या कहता है जल निगम विभाग विभागीय सूत्रों के अनुसार, परियोजना का बजट जारी हो चुका है, लेकिन ठेकेदार द्वारा कार्य अधूरा छोड़ देने के कारण फाइल जांच में है। जल्द ही नए ठेकेदार को जिम्मेदारी सौंपने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। जल जीवन मिशन का उद्देश्य हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना था, लेकिन कोसम इनाम जैसे गांवों में यह योजना अधूरी टंकी और सूखे नलों के रूप में बदनामी झेल रही है। सवाल अब यह है कि आखिर कब तक ग्रामीण सिर्फ वादे सुनते रहेंगे और कब मिलेगा उन्हें पानी का हक़?

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